इलाहाबाद: जेल में अनशन पर आरक्षण समर्थक
इलाहाबाद/ब्यूरो | अंतिम अपडेट 10 अगस्त 2013 1:05 AM IST पर

उत्तर प्रदेश में आरक्षण प्रक्रिया में बदलाव के समर्थन में आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए दिनेश यादव समेत अन्य छात्र नेताओं ने जेल में अनशन शुरू कर दिया है।
उनका कहना है कि मुकदमा वापस लेने और आरक्षण की नई व्यवस्था लागू करने की उनकी मांग जब तक मान नहीं ली जाती, अनशन जारी रहेगा। जेल में बंद नेताओं से मिलने पहुंचे प्रतियोगियों ने गिरफ्तार छात्रों के खिलाफ बर्बर कार्रवाई का आरोप लगाया।
इसको लेकर प्रतियोगियों ने पुलिस अफसरों के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। सामाजिक न्याय मोर्चा की शुक्रवार को हुई बैठक में एसपी सिटी समेत कई अन्य अफसरों के खिलाफ एफआईआर लिखे जाने के लिए कोर्ट जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में मीडिया पर हमले की भी निंदा की गई।
जेल मिलने गए प्रतियोगियों को बृहस्पतिवार रात में गिरफ्तार किए मनोज यादव ने बताया कि एडीएम सिटी, एसपी सिटी, सीओ और इंस्पेक्टर कर्नलगंज ने उनके और तीन अन्य छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया।
इस संबंध में सामाजिक न्याय मोर्चा की आकस्मिक बैठक में पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई की घोषणा की गई। प्रतियोगियों ने मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाकर कोर्ट जाने के साथ मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की बात कही।
एसपी सिटी को हटाने और पूरी घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की गई। मोर्चा के संयोजक अजीत यादव ने कहा कि प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ वे लोगों के बीच जाएंगे।
उनका कहना था कि प्रशासन चाहे जो कार्रवाई कर ले उनका आंदोलन रुकेगा नहीं बल्कि और तेज होगा।
आरक्षण मुद्दे पर आंदोलन को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
उनका कहना है कि मुकदमा वापस लेने और आरक्षण की नई व्यवस्था लागू करने की उनकी मांग जब तक मान नहीं ली जाती, अनशन जारी रहेगा। जेल में बंद नेताओं से मिलने पहुंचे प्रतियोगियों ने गिरफ्तार छात्रों के खिलाफ बर्बर कार्रवाई का आरोप लगाया।
इसको लेकर प्रतियोगियों ने पुलिस अफसरों के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। सामाजिक न्याय मोर्चा की शुक्रवार को हुई बैठक में एसपी सिटी समेत कई अन्य अफसरों के खिलाफ एफआईआर लिखे जाने के लिए कोर्ट जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में मीडिया पर हमले की भी निंदा की गई।
जेल मिलने गए प्रतियोगियों को बृहस्पतिवार रात में गिरफ्तार किए मनोज यादव ने बताया कि एडीएम सिटी, एसपी सिटी, सीओ और इंस्पेक्टर कर्नलगंज ने उनके और तीन अन्य छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया।
इस संबंध में सामाजिक न्याय मोर्चा की आकस्मिक बैठक में पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई की घोषणा की गई। प्रतियोगियों ने मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाकर कोर्ट जाने के साथ मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की बात कही।
एसपी सिटी को हटाने और पूरी घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की गई। मोर्चा के संयोजक अजीत यादव ने कहा कि प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ वे लोगों के बीच जाएंगे।
उनका कहना था कि प्रशासन चाहे जो कार्रवाई कर ले उनका आंदोलन रुकेगा नहीं बल्कि और तेज होगा।
आरक्षण मुद्दे पर आंदोलन को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
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